बीजिंग, 22 जून 2025 — चीन ने ईरान पर अमेरिकी हमलों और अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) की निगरानी में चल रहे परमाणु स्थलों पर बमबारी की कड़ी निंदा की है। बीजिंग ने इस कार्रवाई को संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतरराष्ट्रीय कानून के उद्देश्यों और सिद्धांतों का गंभीर उल्लंघन बताया है।
चीन के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “अमेरिका की यह आक्रामक कार्रवाई न केवल अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन है, बल्कि इससे मध्य पूर्व में तनाव और भी अधिक बढ़ गया है।”
चीन ने सभी पक्षों, विशेष रूप से इज़राइल से, जल्द से जल्द युद्धविराम की अपील की है और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया है। साथ ही चीन ने संवाद और बातचीत के माध्यम से इस संकट का समाधान निकालने की बात कही है।
बयान में आगे कहा गया, “चीन अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर न्याय को बनाए रखने और मध्य पूर्व में शांति एवं स्थिरता बहाल करने के प्रयासों में शामिल होने के लिए तैयार है।”
चीन का यह बयान ऐसे समय में आया है जब अमेरिका और ईरान के बीच तनाव अपने चरम पर पहुंच चुका है, और क्षेत्र में युद्ध जैसे हालात बनते जा रहे हैं। अमेरिका द्वारा ईरान के परमाणु स्थलों पर हमला करना अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गंभीर चिंता का विषय बन गया है, विशेष रूप से तब जब वे साइट्स IAEA की निगरानी में थीं।
मध्य पूर्व में शांति बहाल करने के लिए वैश्विक प्रयासों की आवश्यकता पर जोर देते हुए चीन ने एक बार फिर संयम और कूटनीति को ही एकमात्र रास्ता बताया है।