भूटान के प्रधानमंत्री ने पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर से की मुलाकात, 10X नेशनल इकनॉमिक विजन और AI हुई चर्चा

भूटान के प्रधानमंत्री ने पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर से की मुलाकात, 10X नेशनल इकनॉमिक विजन और AI हुई चर्चा

भूटान के प्रधानमंत्री ने यूनाइटेड किंगडम के पूर्व प्रधानमंत्री एवं टोनी ब्लेयर इंस्टीट्यूट फॉर ग्लोबल चेंज के कार्यकारी अध्यक्ष, महामहिम माननीय सर टोनी ब्लेयर से एक महत्वपूर्ण और दूरदर्शी मुलाकात की। यह बैठक भूटान की उभरती हुई अर्थव्यवस्था, तकनीकी नवाचार, और भविष्य की रणनीतिक प्राथमिकताओं को लेकर काफी मायनों में ऐतिहासिक मानी जा रही है। मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने भूटान के महत्वाकांक्षी 10X नेशनल इकनॉमिक विजन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), नवाचार, और समावेशी विकास की दिशा में विस्तृत विचार-विमर्श किया।

प्रधानमंत्री ने अपनी आधिकारिक टिप्पणी में लिखा –
“कल मेरे मित्र, महामहिम माननीय सर टोनी ब्लेयर से मुलाकात का सौभाग्य प्राप्त हुआ। हमने भूटान के 10X नेशनल इकनॉमिक विजन और अर्थव्यवस्था में सार्थक परिवर्तन के लिए आवश्यक साहसी, दूरदर्शी रणनीतियों पर चर्चा की। साथ ही, AI और नवाचार जैसे उभरते क्षेत्रों में संभावनाओं पर भी विचार किया, जो भूटान के लिए एक समावेशी, लचीले और गतिशील भविष्य के निर्माण में सहायक हो सकते हैं।”

10X राष्ट्रीय आर्थिक विजन: एक क्रांतिकारी सोच

भूटान सरकार द्वारा प्रस्तावित 10X नेशनल इकनॉमिक विजन एक क्रांतिकारी पहल है, जिसका उद्देश्य अगले 10 वर्षों में देश की अर्थव्यवस्था को दस गुना तक विकसित करना है। यह दृष्टिकोण पारंपरिक विकास मॉडल से हटकर एक नवाचार-आधारित, तकनीक-संचालित और वैश्विक सहभागिता पर आधारित योजना है।

इस विजन का मूल उद्देश्य न केवल आर्थिक वृद्धि करना है, बल्कि एक हरित, समावेशी और टिकाऊ समाज का निर्माण करना भी है। इसमें डिजिटल बुनियादी ढांचे का विस्तार, निजी क्षेत्र को सशक्त बनाना, युवाओं के लिए कौशल विकास, और अंतरराष्ट्रीय निवेश को आकर्षित करना प्रमुख पहलू हैं।

प्रधानमंत्री ने इस योजना को “भूटान के आर्थिक आत्मनिर्भरता की दिशा में सबसे बड़ा कदम” करार दिया है, जो देश को दुनिया के तेजी से बढ़ते तकनीकी और आर्थिक परिदृश्य में प्रतिस्पर्धी बनाएगा।

टोनी ब्लेयर की भूमिका और सराहना

टोनी ब्लेयर, जो वर्तमान में विकासशील देशों में शासन, तकनीकी सशक्तिकरण और नीति निर्माण के लिए काम कर रहे हैं, ने भूटान के इस विजन की भरपूर सराहना की। उन्होंने प्रधानमंत्री की दूरदर्शी सोच की प्रशंसा करते हुए कहा कि भूटान एक ऐसा देश है जो “संतुलित विकास” और “वैश्विक सोच के साथ स्थानीय कार्यान्वयन” का बेहतरीन उदाहरण बन सकता है।

उन्होंने यह भी बताया कि उनकी संस्था भूटान सरकार को नीति निर्माण, डिजिटल परिवर्तन और एआई आधारित शासन प्रणाली में सहायता देने के लिए तैयार है। उनका यह समर्थन भूटान के लिए वैश्विक भागीदारी और अनुभव प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण अवसर हो सकता है।

कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और नवाचार: भविष्य का पथ

मुलाकात का एक महत्वपूर्ण विषय रहा – AI और नवाचार। दोनों नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा एनालिटिक्स और डिजिटल टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्र भविष्य के विकास का मूल आधार बनते जा रहे हैं।

भूटान जैसे छोटे लेकिन महत्वाकांक्षी देश के लिए AI एक ऐसा उपकरण हो सकता है, जिससे वह न केवल अपने प्रशासन को अधिक प्रभावशाली बना सकता है, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भी क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि, “AI के माध्यम से हम सेवा वितरण को तीव्र, पारदर्शी और नागरिक-केंद्रित बना सकते हैं। इससे ग्रामीण और दूरदराज क्षेत्रों तक भी गुणवत्तापूर्ण सुविधाएं पहुंचाई जा सकती हैं।”

डिजिटल परिवर्तन और युवा सशक्तिकरण

मुलाकात के दौरान डिजिटल परिवर्तन और युवा सशक्तिकरण जैसे विषयों पर भी चर्चा हुई। भूटान सरकार इस बात को लेकर गंभीर है कि देश की युवा आबादी को नई डिजिटल दुनिया के अनुकूल बनाया जाए। इसके लिए तकनीकी शिक्षा, स्टार्टअप इकोसिस्टम का विकास और रोजगार के नए अवसरों को प्राथमिकता दी जा रही है।

प्रधानमंत्री ने बताया कि उनकी सरकार स्कूलों और विश्वविद्यालयों में AI, डेटा साइंस और नवाचार आधारित पाठ्यक्रम लाने की योजना पर काम कर रही है। इसके अलावा, वैश्विक कंपनियों और संस्थाओं के साथ मिलकर डिजिटल कौशल कार्यक्रम भी शुरू किए जा रहे हैं।

सतत विकास और GNH की भूमिका

भूटान की पहचान ग्रोस नेशनल हैप्पीनेस (GNH) के सिद्धांत से जुड़ी हुई है। प्रधानमंत्री और टोनी ब्लेयर दोनों ने इस बात पर सहमति जताई कि आर्थिक विकास को केवल जीडीपी के आंकड़ों से नहीं, बल्कि नागरिकों के समग्र कल्याण और जीवन की गुणवत्ता के आधार पर मापा जाना चाहिए।

प्रधानमंत्री ने कहा,
“हम तकनीकी और आर्थिक प्रगति के साथ-साथ अपने पारंपरिक मूल्यों, संस्कृति और पर्यावरण संरक्षण को भी समान महत्व देते हैं। हमारा उद्देश्य एक ऐसा भूटान बनाना है जो आधुनिक भी हो और आत्म-संस्कृत भी।”

वैश्विक भागीदारी और आगे का रास्ता

टोनी ब्लेयर के साथ हुई इस उच्चस्तरीय मुलाकात ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भूटान अब वैश्विक मंच पर अपनी उपस्थिति को और अधिक सशक्त बनाने के लिए तैयार है।

भूटान अब ऐसे साझेदारों की तलाश में है जो उसकी तकनीकी और आर्थिक यात्रा में सहायक बनें। इसके लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग, निवेश और नीति-आधारित संवाद को प्राथमिकता दी जा रही है।

टोनी ब्लेयर ने वादा किया कि उनका संस्थान भूटान की 10X विजन रणनीति के साथ निकटता से काम करेगा और वैश्विक विशेषज्ञता साझा करेगा।


निष्कर्ष

भूटान के प्रधानमंत्री और टोनी ब्लेयर के बीच हुई यह मुलाकात केवल एक औपचारिक कूटनीतिक संवाद नहीं, बल्कि भविष्य की संभावनाओं की नींव रखने वाला ऐतिहासिक क्षण था। यह बैठक यह दिखाती है कि भूटान अब न केवल अपने सांस्कृतिक और आध्यात्मिक मूल्यों को संजोते हुए, बल्कि तकनीक और नवाचार के साथ मिलकर, एक नया, आत्मनिर्भर, और प्रगतिशील भूटान गढ़ने की दिशा में अग्रसर है।

भूटान की 10X आर्थिक रणनीति, नवाचार पर केंद्रित दृष्टिकोण, और वैश्विक सहयोग की पहल आने वाले वर्षों में दक्षिण एशिया और विश्व के लिए एक आदर्श मॉडल प्रस्तुत कर सकती है।

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