नेपाल के यातायात इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया है। नेपाल के माननीय प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली ने काठमांडू के कालंकी–कोटेश्वर खंड पर नवनिर्मित Gwarko फ्लाईओवर का उद्घाटन किया। यह नेपाल का पहला इस प्रकार का फ्लाईओवर है, जो न केवल राजधानी क्षेत्र की यातायात प्रणाली में सुधार लाने में मदद करेगा, बल्कि शहरी विकास और बुनियादी ढांचे में नेपाल की बढ़ती क्षमताओं का भी प्रमाण है।
फ्लाईओवर की प्रमुख विशेषताएँ:
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चार लेन का पुल: यह फ्लाईओवर चार लेनों का है, जो आने-जाने के लिए स्वतंत्र लेन उपलब्ध कराता है।
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35 मीटर स्पैन: मुख्य पुल 35 मीटर लंबा है, जो आधुनिक निर्माण तकनीकों का उपयोग करके तैयार किया गया है।
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500 मीटर का एप्रोच रोड: दोनों ओर 500 मीटर लंबे संपर्क मार्ग (एप्रोच रोड) बनाए गए हैं, जो ट्रैफिक को सुगमता से जोड़ते हैं।
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आधुनिक डिज़ाइन: इस फ्लाईओवर को नेपाल के शहरी ढांचे के अनुकूल अत्याधुनिक ढंग से डिज़ाइन किया गया है।
यातायात जाम से राहत
काठमांडू के अत्यधिक ट्रैफिक प्रभावित मार्गों में से एक कालंकी–कोटेश्वर खंड पर यह फ्लाईओवर लोगों के लिए राहत का बड़ा साधन बनेगा। उद्घाटन के अवसर पर पीएम ओली ने कहा:
“Gwarko फ्लाईओवर न केवल निर्माण का एक ढांचा है, बल्कि यह हमारी प्रतिबद्धता है – एक गतिशील, सुव्यवस्थित और प्रगतिशील नेपाल के लिए।”
स्थानीय नागरिकों और व्यवसायियों को उम्मीद
स्थानीय नागरिकों, दैनिक यात्रियों और ट्रांसपोर्ट कंपनियों ने फ्लाईओवर की शुरुआत को अत्यधिक सराहा है। दैनिक यात्रियों का कहना है कि पहले जहां इस मार्ग को पार करने में 30–40 मिनट लगते थे, वहीं अब यह समय घटकर 5–7 मिनट हो सकता है।
राष्ट्रीय विकास में मील का पत्थर
Gwarko फ्लाईओवर नेपाल सरकार की शहरी बुनियादी ढांचा योजना का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य राजधानी क्षेत्र में यातायात जाम को नियंत्रित करना और यात्रियों की सुविधा बढ़ाना है।
नेपाल सरकार का लक्ष्य है कि आगामी वर्षों में काठमांडू की प्रमुख सड़कों पर और भी ऐसे फ्लाईओवर और अंडरपास तैयार किए जाएं।
निष्कर्ष:
Gwarko फ्लाईओवर का उद्घाटन प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली द्वारा किया जाना न केवल बुनियादी ढांचे की दिशा में एक अहम कदम है, बल्कि यह जनता को सुविधा, गति और संरचनात्मक विकास की ओर ले जाने वाली दिशा का भी संकेत है। यह परियोजना नेपाल के भविष्य के विकास का प्रतीक बन गई है।