चीन ने अपने घरेलू स्तर पर विकसित दुनिया के सबसे बड़े एंफ़ीबियस (जल-थल दोनों में चलने वाले) विमान AG600 सीप्लेन को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में निर्यात करने की योजना का संकेत दिया है। Aviation Industry Corporation of China (AVIC) के एक वरिष्ठ परियोजना प्रबंधक ने पेरिस एयर शो 2025 में दिए गए एक विशेष साक्षात्कार में इस बात की पुष्टि की।
55वें पेरिस एयर शो के दौरान China Daily से बात करते हुए AVIC के वरिष्ठ प्रबंधक झाओ लेई (Zhao Lei) ने कहा कि AG600 सीप्लेन अब तकनीकी रूप से परिपक्व है और यह अंतरराष्ट्रीय मांगों को पूरा करने की दिशा में तैयार है। उन्होंने बताया कि उनकी कंपनी इस नवीन विमान को दुनिया भर के देशों को आपूर्ति करने की दिशा में गंभीरता से विचार कर रही है।
AG600: एक परिचय
AG600, जिसे “Kunlong” के नाम से भी जाना जाता है, चीन द्वारा विकसित किया गया सबसे बड़ा एम्फीबियस विमान है। यह विमान विशेष रूप से समुद्री बचाव, अग्निशमन, समुद्री निगरानी और मालवाहन जैसे कार्यों के लिए बनाया गया है। विमान की डिजाइन और निर्माण पूरी तरह से चीन की घरेलू कंपनियों द्वारा की गई है, जो इसे आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि बनाती है।
AG600 का आकार Boeing 737 के समकक्ष है और यह विमान समुद्र या जलाशयों पर उतरने और उड़ान भरने की क्षमता रखता है। यह लगभग 53.5 टन के अधिकतम टेकऑफ भार और 12 घंटे से अधिक की उड़ान क्षमता के साथ एक बार में 12 टन पानी ले जाने की भी क्षमता रखता है, जिससे यह जंगलों में लगी आग बुझाने के लिए भी बेहद उपयोगी है।
तकनीकी परिपक्वता और परीक्षण
झाओ लेई ने बताया कि AG600 ने अपने सभी प्रमुख उड़ान परीक्षण सफलतापूर्वक पूरे कर लिए हैं और इसे विभिन्न जलवायु परिस्थितियों में जांचा गया है। उन्होंने कहा:
“AG600 हमारे इंजीनियरों और वैज्ञानिकों की वर्षों की मेहनत का परिणाम है। यह न केवल अग्निशमन या समुद्री बचाव में सहायक है, बल्कि द्वीप और तटीय क्षेत्रों में लॉजिस्टिक्स और मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए भी एक अद्वितीय समाधान प्रस्तुत करता है।”
उन्होंने यह भी बताया कि विमान की संरचना इस प्रकार की गई है कि यह विकट और दुर्गम क्षेत्रों में भी आसानी से काम कर सकता है।
अंतरराष्ट्रीय निर्यात की योजना
AVIC अब इस विमान को चीन से बाहर भेजने की योजना पर काम कर रही है। झाओ लेई ने कहा कि पहले से ही कई देशों ने AG600 में रुचि दिखाई है, विशेषकर वे देश जो प्रशांत द्वीप समूह, दक्षिणपूर्व एशिया और अफ्रीकी तटीय क्षेत्रों में स्थित हैं।
“हम यह समझते हैं कि कई देशों को ऐसे विमान की आवश्यकता है जो जलीय और स्थलीय दोनों इलाकों में ऑपरेशन कर सके। हमारी योजना है कि हम इन क्षेत्रों के साथ साझेदारी करें और उनकी विशेष आवश्यकताओं के अनुरूप विमान को अनुकूल बनाएं,” उन्होंने कहा।
रणनीतिक दृष्टिकोण और वैश्विक प्रतिस्पर्धा
AG600 को वैश्विक एंफ़ीबियस विमानों की दुनिया में एक रणनीतिक गेमचेंजर माना जा रहा है। जबकि अमेरिका और रूस ने पहले ऐसे विमानों का निर्माण किया है, चीन द्वारा प्रस्तुत किया गया AG600 कई मामलों में उन्हें किफायती और तकनीकी रूप से उन्नत विकल्प के रूप में चुनौती दे रहा है।
विशेषज्ञों के अनुसार, AG600 का लागत-प्रभावशील निर्माण, लंबी दूरी की उड़ान क्षमता और बहुउद्देश्यीय उपयोगिता इसे अंतरराष्ट्रीय ग्राहकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बनाती है। यदि यह निर्यात शुरू होता है, तो चीन न केवल एक विमान निर्माता बल्कि वैश्विक एरोस्पेस समाधान प्रदाता के रूप में उभर सकता है।
पेरिस एयर शो 2025 में प्रभावशाली प्रस्तुति
55वें पेरिस एयर शो में AVIC की ओर से AG600 की प्रस्तुति को काफी सराहना मिली। विभिन्न देशों के सैन्य और नागरिक विमानन विशेषज्ञों ने इस विमान की क्षमताओं में गहरी रुचि दिखाई। विमान की प्रदर्शनी मॉडल, विजुअल सिमुलेशन, और डिजिटल डेमोन्स्ट्रेशन ने दर्शकों को प्रभावित किया।
एक यूरोपीय रक्षा विश्लेषक के अनुसार, “AG600 अपने वर्ग में अनूठा है। चीन इसे न केवल व्यापार के नजरिए से देख रहा है, बल्कि रणनीतिक साझेदारी और मानवीय मिशनों में भी इसकी भूमिका अहम हो सकती है।”
चीन की विमानन शक्ति का विस्तार
AG600 परियोजना चीन की विमानन महत्वाकांक्षा का एक प्रमुख प्रतीक है। इससे पहले AVIC ने Y-20 भारी मालवाहक विमान और J-20 फाइटर जेट जैसी परियोजनाएं भी सफलता पूर्वक पूरी की हैं। AG600 के सफल परीक्षण और संभावित निर्यात के साथ, चीन अब नागरिक और बहुउद्देश्यीय विमानन बाजार में अपनी पकड़ मजबूत करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
झाओ लेई ने अपने साक्षात्कार में यह भी स्पष्ट किया कि चीन सरकार इस परियोजना को रणनीतिक महत्त्व प्रदान कर रही है और आने वाले वर्षों में AG600 का उन्नत संस्करण भी विकसित करने की योजना है।
निष्कर्ष: उड़ान से परे उम्मीदों की ओर
AG600 न केवल चीन के लिए तकनीकी सफलता का प्रतीक है, बल्कि यह मानवता, आपदा प्रबंधन, और बहुपरिस्थिति मिशनों में एक महत्वपूर्ण संसाधन के रूप में उभर रहा है। यदि इसे अंतरराष्ट्रीय बाजार में जगह मिलती है, तो यह विमान आने वाले वर्षों में वैश्विक आपातकालीन सेवाओं और समुद्री मिशनों का एक अभिन्न हिस्सा बन सकता है।
AVIC के इस साहसिक कदम से न केवल चीन के विमानन क्षेत्र को नया आयाम मिलेगा, बल्कि यह विश्व को यह भी दिखाएगा कि तकनीक, नवाचार और रणनीति का संगम किस तरह से एक देश को वैश्विक नेतृत्व की ओर ले जा सकता है।