ईरान में जारी सैन्य तनाव और अस्थिर हालात के बीच भारत सरकार द्वारा चलाए गए निकासी अभियान के तहत अब तक 1,117 भारतीय नागरिकों को सफलतापूर्वक स्वदेश वापस लाया जा चुका है। शनिवार, 21 जून को ईरान के माशहद शहर से दो विशेष उड़ानों के जरिए कुल 600 भारतीय नागरिकों को सुरक्षित रूप से नई दिल्ली लाया गया।
🛬 21 जून को दो निकासी उड़ानें पहुंचीं भारत
पहली उड़ान 21 जून को शाम 4:30 बजे (1630 hrs) दिल्ली पहुंची, जिसमें 310 भारतीय नागरिक सवार थे। इसके कुछ घंटों बाद, रात 11:30 बजे (2330 hrs) माशहद से एक और विशेष उड़ान नई दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरी, जिसमें 290 भारतीय नागरिकों को लाया गया।
इन दोनों उड़ानों के साथ अब तक कुल 827 भारतीयों को 21 जून को ही वापस लाया गया, जिससे कुल निकाले गए लोगों की संख्या 1,117 हो गई है।
🛡️ भारत सरकार की त्वरित और संवेदनशील कार्रवाई
ईरान में हाल ही में अमेरिका द्वारा किए गए हवाई हमलों के बाद उत्पन्न तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए भारत सरकार ने वहां फंसे अपने नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी। विदेश मंत्रालय ने तत्काल कार्रवाई करते हुए तेहरान और माशहद में भारतीय दूतावासों को सक्रिय किया और निकासी के लिए विशेष उड़ानों की व्यवस्था की।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने ट्वीट कर जानकारी दी:
“हमें यह बताते हुए संतोष है कि 21 जून को माशहद से दो विशेष उड़ानों में 600 भारतीय नागरिक सुरक्षित नई दिल्ली पहुंचे। अब तक कुल 1,117 भारतीयों को सफलतापूर्वक निकाला गया है।”
🧳 निकाले गए भारतीयों में छात्र, कामगार और परिवार शामिल
निकाले गए नागरिकों में बड़ी संख्या में भारतीय छात्र, श्रमिक, कारोबारी और पर्यटक शामिल हैं, जो ईरान में अस्थिरता के कारण परेशान थे। कुछ लोगों ने बताया कि वे स्थानीय हवाई अड्डों पर कई दिनों से फंसे हुए थे और भारत सरकार की मदद से ही सुरक्षित लौट पाए।
दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंचे एक भारतीय छात्र ने कहा:
“हम सभी बहुत डरे हुए थे। हर पल बमबारी की खबरें सुन रहे थे। लेकिन भारतीय दूतावास और सरकार की तत्परता ने हमें सुरक्षित घर पहुंचा दिया।”
🏥 स्वास्थ्य जांच और सहायता की व्यवस्था
नई दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरने के बाद सभी यात्रियों की स्वास्थ्य जांच, दस्तावेज सत्यापन और परामर्श सत्र की व्यवस्था की गई थी। साथ ही जरूरतमंदों को आगे की यात्रा के लिए राज्य सरकारों की सहायता से घर पहुंचाने की व्यवस्था की गई।
🇮🇳 प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री की सक्रिय निगरानी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे निकासी अभियान की निगरानी की और विदेश मंत्रालय को हर संभव सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने ट्वीट करते हुए कहा:
“हमारे नागरिकों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। ईरान में फंसे अन्य भारतीयों को भी शीघ्र सुरक्षित लाया जाएगा।”
✈️ अगली उड़ानों की योजना
सरकारी सूत्रों के अनुसार, अभी भी ईरान के विभिन्न क्षेत्रों में सैकड़ों भारतीय नागरिक मौजूद हैं। भारत सरकार वहां फंसे लोगों की सूची तैयार कर रही है और आगामी दिनों में और विशेष निकासी उड़ानों की योजना बनाई जा रही है। तेहरान और माशहद से आगे भी उड़ानों के संचालन की संभावना है।
📲 दूतावास का सतत संपर्क एवं सहायता केंद्र
भारतीय दूतावास, तेहरान और माशहद में लगातार नागरिकों से संपर्क बनाए हुए है। वहां फंसे भारतीयों से आग्रह किया गया है कि वे दूतावास द्वारा साझा किए गए हेल्पलाइन नंबरों और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर स्वयं को पंजीकृत करें।
आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर:
-
Mobile: +98 9128109115; +98 9128109109
🔚 निष्कर्ष
भारत सरकार द्वारा चलाया गया यह राहत अभियान न केवल ईरान में फंसे भारतीयों के लिए जीवनदायी साबित हुआ, बल्कि यह भी दिखाता है कि भारत अपनी वैश्विक जिम्मेदारियों को लेकर कितना सजग और संवेदनशील है। जैसे-जैसे ईरान में स्थिति गंभीर होती जा रही है, भारत सरकार सभी संबंधित एजेंसियों के साथ मिलकर शेष भारतीयों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
“सरकार हर भारतीय के साथ है – चाहे वो देश में हो या विदेश में।”