उत्तर प्रदेश के पवित्र नगर वाराणसी में आज मध्य क्षेत्रीय परिषद की 25वीं बैठक का आयोजन माननीय केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। यह बैठक भारत सरकार की उस प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है, जो राज्यों के बीच समन्वय, सामूहिक विकास, और आंतरिक सुरक्षा को सुनिश्चित करने की दिशा में कार्यरत है।
बैठक में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी, एवं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय भी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। इन राज्यों के वरिष्ठ अधिकारी एवं केंद्र सरकार के प्रतिनिधि भी बैठक में सहभागी बने।
🔹 बैठक के प्रमुख विषय
श्री अमित शाह की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में विकास के विविध आयामों, विशेषकर सुरक्षा, स्वास्थ्य, आधारभूत संरचना, पर्यावरण, और पर्यटन जैसे विषयों पर गहन विचार-विमर्श किया गया। सभी राज्यों ने आपसी सहयोग और साझा रणनीतियों पर सहमति जताई, जिससे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के विकसित भारत के संकल्प को मूर्त रूप दिया जा सके।
🔹 राज्यों के बीच समन्वय की मिसाल
श्री अमित शाह ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा:
“मध्य क्षेत्रीय परिषद राज्यों के बीच संवाद और सहयोग की एक सशक्त कड़ी है। यह केवल चर्चा का मंच नहीं, बल्कि समाधान का माध्यम भी है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के ‘समेकित और समावेशी विकास’ की भावना इसी प्रकार के सहयोग से संभव है।”
बैठक में राज्यों के बीच जल वितरण, सीमा विवाद, सड़क परियोजनाएं, स्वास्थ्य सेवा का विस्तार, और युवा कौशल विकास कार्यक्रमों के बेहतर क्रियान्वयन पर भी चर्चा हुई।
🔹 पर्यटन एवं सांस्कृतिक समन्वय पर बल
उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में धार्मिक एवं सांस्कृतिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। इस संदर्भ में बैठक में इन राज्यों को आंतरिक पर्यटन नेटवर्क के माध्यम से जोड़े जाने की योजना पर चर्चा की गई, जिससे न केवल सांस्कृतिक समरसता बढ़ेगी, बल्कि आर्थिक अवसरों का भी सृजन होगा।
🔹 आंतरिक सुरक्षा और सीमा प्रबंधन
केंद्रीय गृह मंत्री ने राज्यों के पुलिस बलों और खुफिया एजेंसियों के बीच तत्काल सूचना साझा करने के ढांचे को और अधिक मज़बूत करने पर ज़ोर दिया। साथ ही नक्सल प्रभावित क्षेत्रों, विशेषकर छत्तीसगढ़ में आधुनिक तकनीक और समन्वय के ज़रिए सुरक्षा रणनीति को और प्रभावी बनाने पर सहमति बनी।
🔹 स्वास्थ्य क्षेत्र में साझा पहल
स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को ग्रामीण और सुदूर इलाकों तक विस्तार देने, टेलीमेडिसिन, मल्टी-स्टेट वैक्सीनेशन प्रोग्राम, और महिला-बाल स्वास्थ्य मिशनों में समन्वय हेतु भी कई अहम प्रस्ताव पारित किए गए।
🔹 निष्कर्ष: ‘विकसित भारत’ की ओर सामूहिक कदम
वाराणसी में आयोजित यह बैठक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को पूरा करने में एक और मजबूत कदम साबित हुई। राज्यों के बीच संवाद, समन्वय और साझा उत्तरदायित्व के इस मंच ने यह स्पष्ट किया कि भारत का भविष्य संघीय सहयोग की भावना से ही सशक्त होगा।