नेपाल निषाद परिषद
नेपाल |नेपाल निषाद परिषद द्वारा आगामी शनिवार, कार्तिक (25 अक्टूबर 2025) को एक भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया जा रहा है। यह समारोह शिव महादेव मंदिर परिसर, पोखरिया में प्रातः 11 बजे से आरंभ होगा। नेपाल परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जितेंद्र सहनी निषाद के नेतृत्व में होने वाला यह कार्यक्रम निषाद समाज के सामाजिक, शैक्षणिक और सांस्कृतिक उत्थान की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल माना जा रहा है। पहला अनुच्छेद: समारोह की रूपरेखा और उद्देश्य नेपाल निषाद परिषद ने इस आयोजन की तैयारी कई सप्ताह पहले से आरंभ कर दी थी। परिषद के स्थानीय कार्यकर्ता, वार्ड समितियों के सदस्य और विभिन्न ग्रामीण नगर पालिकाओं के प्रतिनिधि इस आयोजन को सफल बनाने में जुटे हुए हैं।इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य निषाद समाज की एकता को सुदृढ़ करना, समाज के प्रति सकारात्मक सोच और जागरूकता का प्रसार करना तथा शिक्षा और सामाजिक न्याय के प्रति नए संकल्प लेना बताया गया है।राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जितेंद्र सहनी निषाद ने कहा कि यह आयोजन केवल एक सम्मान समारोह नहीं, बल्कि समाज के लिए नई ऊर्जा और प्रेरणा का केंद्र बनने जा रहा है। उन्होंने सभी जिला, नगरपालिका और वार्ड स्तरीय पदाधिकारियों से आग्रह किया है कि वे समय पर उपस्थित होकर समाज की मजबूती में अपनी भूमिका निभाएं।
इस समारोह में समाज के उन व्यक्तित्वों को सम्मानित किया जाएगा, जिन्होंने शिक्षा, सामाजिक सेवा, राजनीति, पत्रकारिता, पर्यावरण संरक्षण या समाज सुधार के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है।परिषद ने यह निर्णय लिया है कि प्रत्येक सम्मानित व्यक्ति को सम्मान-पत्र, शॉल और प्रतीक चिन्ह प्रदान कर समाज के प्रति उनके योगदान की सराहना की जाएगी।कार्यक्रम के दौरान निषाद समाज के इतिहास, परंपरा, और योगदान पर आधारित एक विशेष प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी, जिसमें समाज के गौरवशाली अतीत और वर्तमान उपलब्धियों को प्रदर्शित किया जाएगा।
शिक्षा, रोजगार और सामाजिक चेतना पर फोकस नेपाल निषाद परिषद का स्पष्ट मानना है कि समाज की प्रगति तभी संभव है जब हर व्यक्ति को शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के समान अवसर मिलें। परिषद ने हाल के वर्षों में ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में साक्षरता अभियान और कौशल प्रशिक्षण जिनका लाभ सैकड़ों परिवारों को मिला है।श्री सहनी ने कहा, हमारा लक्ष्य केवल समाज के लोगों को सम्मानित करना नहीं, बल्कि उन्हें अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक बनाना है। शिक्षा और एकता ही निषाद समाज की असली ताकत है। इनके समाधान के लिए ठोस सुझाव प्रस्तुत करेंगे।
समारोह की तैयारियाँ और जनभागीदारी पोखरिया स्थित शिव महादेव मंदिर परिसर को इस अवसर के लिए सजाया जा रहा है। मुख्य मंच पर समाज के वरिष्ठजनों, स्थानीय जनप्रतिनिधियों और विभिन्न जिलों सेआए हुए अतिथियों की उपस्थिति रहेगी।आयोजन समितिने बताया कि समारोह में पर्सा, आसपास के जिलों से बड़ी संख्या में समाजसेवी और कार्यकर्ता शामिल होंगे।कार्यक्रम की शुरुआत मंगल वंदना और दीप प्रज्वलन के साथ होगी, इसके बाद स्वागत भाषण, सम्मान वितरण, सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ और अंत में अध्यक्षीय संबोधन होगा।समापन सत्र में “एकता से प्रगति” विषय पर समूह चर्चा रखी जाएगी, जिसमें युवा प्रतिनिधि अपनी बात रखेंगे। नेपाल निषाद परिषद ने सभी आमंत्रितों और समाज के सदस्यों से अनुरोध किया है कि वे समय पर पहुंचकर कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाएं और संगठन की एकता को सशक्त बनाएं। नेपाल निषाद परिषद द्वारा आयोजित यह ऐतिहासिक सम्मान समारोह आगामी शनिवार, कार्तिक (25 अक्टूबर 2025) को आयोजित किया जाएगा। इस तिथि को परिषद ने इसलिए चुना है क्योंकि यह समाज के नवचेतना और एकता का प्रतीक मानी जाने वाली अवधि का शुभ आरंभ है। इस दिन पूरे पर्सा और आसपास के जिलों में निषाद समाज के प्रतिनिधि, कार्यकर्ता, बुद्धिजीवी और युवा बड़ी संख्या में एकत्रित होंगे। कार्यक्रम के इस शुभ दिन का उद्देश्य केवल सम्मान प्रदान करना नहीं, बल्कि समाज में नई ऊर्जा, भाईचारे और जागरूकता की भावना को जगाना है।
समय: प्रातः 11 बजे से
सम्मान समारोह का शुभारंभ प्रातः 11 बजे होगा। परिषद के पदाधिकारियों के अनुसार, सुबह का समय समाज के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयोजन के लिए शुभ माना गया है। कार्यक्रम की शुरुआत मंगल वंदना और दीप प्रज्वलन से की जाएगी, इसके पश्चात अतिथियों का स्वागत, मुख्य भाषण, सम्मान वितरण और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ क्रमवार संपन्न होंगी।समारोह के अंत में समाज के युवाओं और महिलाओं द्वारा “एकता से विकास की राह” विषय पर एक प्रेरणादायक प्रस्तुति दी जाएगी, जो कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण होगी।
कार्यक्रम का आयोजन शिव महादेव मंदिर परिसर, पोखरिया में किया जा रहा है, जो अपनी धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्ता के लिए प्रसिद्ध है। मंदिर का विशाल प्रांगण और शांत वातावरण इस आयोजन को और भी गरिमामय बनाएगा।। इसके अलावा, आगंतुकों के लिए बैठने की सुव्यवस्थित व्यवस्था, पेयजल सुविधा और स्वागत पंडाल भी बनाए जा रहे हैं, ताकि सभी अतिथियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
इस समारोह के मुख्य अतिथि होंगे श्री जितेंद्र सहनी निषाद, जो नेपाल निषाद परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और समाज में एकता, शिक्षा और सामाजिक चेतना के प्रबल समर्थक माने जाते हैं।वे पिछले कई वर्षों से समाज के हक़ और सम्मान के लिए लगातार सक्रिय रहे हैं। कार्यक्रम में उनके प्रेरक संबोधन की सभी को उत्सुकता से प्रतीक्षा है, जिसमें वे निषाद समाज के भविष्य की दिशा और संगठन की आने वाली योजनाओं पर विस्तार से चर्चा करेंगे।उनकी उपस्थिति इस समारोह को और अधिक गरिमामय बनाएगी तथा उपस्थित जनसमुदाय में नई प्रेरणा का संचार करेगी।
“शिक्षा, एकता और सामाजिक चेतना”इस वर्ष के सम्मान समारोह का मुख्य विषय है — शिक्षा, एकता और सामाजिक चेतना”। यह विषय परिषद के मूल उद्देश्यों का सार प्रस्तुत करता है। परिषद का मानना है कि किसी भी समाज की प्रगति के लिए सबसे पहली शर्त है शिक्षा — जो व्यक्ति को आत्मनिर्भर बनाती है; दूसरी है एकता — जो समाज को मजबूती देती है; और तीसरी है सामाजिक चेतना — जो न्याय, समानता और जागरूकता की दिशा में मार्ग प्रशस्त करती है। इस सत्र में समाज के वरिष्ठ शिक्षाविद, समाजसेवी और युवा वक्ता अपने विचार रखेंगे। वे चर्चा करेंगे कि कैसे शिक्षा के प्रसार से समाज के युवाओं में नेतृत्व की भावना जागृत की जा सकती है, और कैसे संगठन के माध्यम से एकता को सामाजिक परिवर्तन का माध्यम बनाया जा सकता है।यह विषय न केवल कार्यक्रम का केंद्र बिंदु है, बल्कि निषाद समाज के आने वाले दशक की विकास दृष्टि को भी दर्शाता है।
समाजसेवा, शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और पर्यावरण क्षेत्र में योगदान करने वाले व्यक्तियों को इस भव्य समारोह का सबसे प्रमुख आकर्षण होगा “निषाद गौरव सम्मान वितरण”, जिसके अंतर्गत समाज के उन विशिष्ट व्यक्तियों को सम्मानित किया जाएगा जिन्होंने समाज के उत्थान में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। पुरस्कार पाने वालों में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट शिक्षक, सामाजिक सेवा में समर्पित कार्यकर्ता, महिला सशक्तिकरण में योगदान देने वाली महिलाएँ, और पर्यावरण संरक्षण में सक्रिय युवाओं को शामिल किया गया है।
रिपोर्ट : हसरुद्दीन अंसारी कोटो न्यूज़ नेटवर्क (KNN) |