प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को साइप्रस सरकार द्वारा देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान “ऑर्डर ऑफ माकेरियस III” प्रदान किया गया है। यह सम्मान 1991 में स्थापित किया गया था और अब तक विश्व के केवल चुनिंदा नेताओं को ही प्रदान किया गया है।
इस सम्मान से प्रधानमंत्री मोदी को एक बार फिर वैश्विक मंच पर विशेष पहचान मिली है। यह न केवल उनके दृढ़ नेतृत्व को मान्यता देता है, बल्कि भारत-साइप्रस संबंधों की गहराई और विश्वास को भी दर्शाता है।
🏅 पीएम मोदी ने सम्मान किया राष्ट्र को समर्पित
सम्मान प्राप्त करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा:
“यह सम्मान केवल मेरा नहीं, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों का है। यह भारत और साइप्रस की मजबूत दोस्ती और साझा मूल्यों का प्रतीक है।”
उन्होंने कहा कि यह सम्मान भारत की विदेश नीति, मित्र राष्ट्रों के साथ विश्वासपूर्ण संबंध और वैश्विक मंचों पर भारत की सक्रिय भूमिका का प्रमाण है।
📈 भारत-साइप्रस संबंधों को नई ऊर्जा
साइप्रस और भारत के बीच दशकों से मैत्रीपूर्ण और सहयोगपूर्ण संबंध रहे हैं। इस सम्मान से दोनों देशों के बीच:
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व्यापार और निवेश
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शिक्षा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान
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रणनीतिक और कूटनीतिक सहयोग
को एक नई गति मिलने की संभावना है।
साइप्रस ने कई बार अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का समर्थन किया है, विशेषकर NSG (न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप) में भारत की सदस्यता को लेकर।
🌍 वैश्विक मंच पर मोदी की मान्यता बढ़ी
प्रधानमंत्री मोदी को इससे पहले भी कई देशों द्वारा सर्वोच्च नागरिक सम्मान मिल चुका है, जिनमें शामिल हैं:
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संयुक्त अरब अमीरात का Order of Zayed
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रूस का Order of St. Andrew
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अमेरिका का Legion of Merit
अब साइप्रस का यह सम्मान उनके अंतरराष्ट्रीय प्रभाव और रणनीतिक नेतृत्व की पुष्टि करता है।