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प्रधानमंत्री मोदी आज करेंगे उत्तराखंड का दौरा ₹8140 करोड़ की विकास परियोजनाओं का शुभारंभ

प्रधानमंत्री मोदी आज करेंगे उत्तराखंड का दौरा ₹8140 करोड़ की विकास परियोजनाओं का शुभारंभ

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 9 नवंबर को देहरादून में उत्तराखंड राज्य गठन की रजत जयंती समारोह में भाग लेंगे। ₹8140 करोड़ की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। किसानों को ₹62 करोड़ की सहायता राशि भी जारी करेंगे।

देहरादून, 8 नवम्बर | उत्तराखंड राज्य के गठन की रजत जयंती समारोह को विशेष बनाने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 9 नवंबर को दोपहर लगभग 12:30 बजे देहरादून पहुंचेंगे। प्रधानमंत्री इस अवसर पर आयोजित भव्य समारोह में भाग लेंगे, जहां वे राज्य के गौरवशाली 25 वर्षों की उपलब्धियों को नमन करते हुए उत्तराखंड को विकास की नई ऊँचाइयों पर ले जाने वाले कई महत्वपूर्ण निर्णयों की घोषणा करेंगे। इस मौके पर प्रधानमंत्री एक स्मारक डाक टिकट भी जारी करेंगे, जो राज्य की स्थापना की 25वीं वर्षगांठ को ऐतिहासिक रूप से स्मरणीय बनाएगा। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ₹8140 करोड़ से अधिक की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इनमें से लगभग ₹930 करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन और ₹7210 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास किया जाएगा। ये परियोजनाएँ राज्य के सर्वांगीण विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं, जिनका लाभ सीधे आम नागरिकों तक पहुँचेगा। ये परियोजनाएँ पेयजल, सिंचाई, तकनीकी शिक्षा, ऊर्जा, शहरी विकास, खेल और कौशल विकास जैसे बहु-आयामी क्षेत्रों से संबंधित हैं, जो उत्तराखंड की विकास यात्रा को गति प्रदान करेंगी। प्रधानमंत्री मोदी इस अवसर पर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत किसानों को बड़ी सौगात देंगे। वे 28,000 से अधिक किसानों के लिए उनके बैंक खातों में सीधे ₹62 करोड़ की सहायता राशि ट्रांसफर करेंगे। इस योजना का उद्देश्य प्राकृतिक आपदाओं या फसलों की क्षति की स्थिति में किसानों को आर्थिक राहत प्रदान करना है। प्रधानमंत्री के इस कदम से राज्य के कृषि क्षेत्र में नई ऊर्जा आएगी और किसानों का विश्वास सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों में और मजबूत होगा।

प्रधानमंत्री द्वारा जिन प्रमुख परियोजनाओं का उद्घाटन किया जाएगा, उनमें अमृत (AMRUT) योजना के अंतर्गत 23 क्षेत्रों के लिए देहरादून जलापूर्ति कवरेज, पिथौरागढ़ जिले में विद्युत सबस्टेशन, सरकारी भवनों में सौर ऊर्जा संयंत्र, और नैनीताल के हल्द्वानी स्टेडियम में एस्ट्रोटर्फ हॉकी मैदान शामिल हैं। ये परियोजनाएँ न केवल बुनियादी ढाँचे को सुदृढ़ बनाएंगी, बल्कि रोजगार सृजन में भी मददगार साबित होंगी प्रधानमंत्री मोदी जल-क्षेत्र से जुड़ी दो प्रमुख परियोजनाओं का भी शिलान्यास करेंगे — सोंग बांध पेयजल परियोजना और जमरानी बांध बहुउद्देशीय परियोजना। सोंग बांध परियोजना से देहरादून शहर को प्रतिदिन 150 एमएलडी (मिलियन लीटर प्रति दिन) शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित होगी, जिससे शहर के नागरिकों को जल संकट से बड़ी राहत मिलेगी। वहीं, नैनीताल की जमरानी बांध परियोजना न केवल पेयजल उपलब्ध कराएगी, बल्कि सिंचाई और बिजली उत्पादन में भी अहम भूमिका निभाएगी।

इनके अतिरिक्त प्रधानमंत्री अन्य कई परियोजनाओं का भी शिलान्यास करेंगे, जिनमें विद्युत सबस्टेशन, चंपावत में महिला खेल महाविद्यालय की स्थापना, और नैनीताल में अत्याधुनिक डेयरी संयंत्र प्रमुख हैं। इन परियोजनाओं से स्थानीय स्तर पर औद्योगिक और खेल बुनियादी ढाँचे को प्रोत्साहन मिलेगा, जिससे महिलाओं और युवाओं के लिए नए अवसर खुलेंगे। प्रधानमंत्री मोदी इस कार्यक्रम में उत्तराखंड के 25 वर्षों की विकास यात्रा का उल्लेख करते हुए राज्य के योगदान को विशेष रूप से रेखांकित करेंगे। उनके संबोधन में राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में सड़क संपर्क, स्वास्थ्य सेवाओं, पर्यटन और प्राकृतिक संसाधनों के सतत उपयोग पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। प्रधानमंत्री अपने भाषण में यह भी बताएंगे कि कैसे उत्तराखंड “आध्यात्मिक, पर्यटन और पर्यावरण संरक्षण” के संतुलन के साथ ‘विकसित भारत 2047’ के विज़न में अपनी निर्णायक भूमिका निभा सकता है।

समारोह में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री, राज्यपाल, केंद्रीय मंत्रीगण, विधायकों, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों और हजारों नागरिकों के शामिल होने की संभावना है। देहरादून शहर को इस अवसर पर विशेष रूप से सजाया गया है। जगह-जगह रंग-बिरंगे बैनर, पोस्टर और पुष्प सज्जा की गई है। प्रधानमंत्री के स्वागत में सांस्कृतिक झांकियों और स्थानीय लोक कलाकारों के प्रदर्शन का आयोजन भी किया गया है, जिससे पूरा शहर उत्सव के रंग में रंग गया है। राज्य प्रशासन ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा और कार्यक्रम की सफलता के लिए व्यापक तैयारियाँ की हैं। देहरादून के परेड ग्राउंड और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा किया गया है। पुलिस, प्रशासन और एनएसजी की टीमें मिलकर सुरक्षा का जायज़ा ले रही हैं। यातायात व्यवस्था को नियंत्रित करने के लिए वैकल्पिक मार्ग बनाए गए हैं ताकि नागरिकों को असुविधा न हो। राज्य की जनता में प्रधानमंत्री की इस यात्रा को लेकर भारी उत्साह है। लोग इसे उत्तराखंड के विकास का नया अध्याय मान रहे हैं। कई नागरिकों का कहना है कि इन योजनाओं से न केवल रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि आने वाले वर्षों में उत्तराखंड आत्मनिर्भरता की दिशा में तेजी से आगे बढ़ेगा। स्थानीय युवाओं ने प्रधानमंत्री की इस यात्रा को “विकास पर्व” का नाम दिया है।

 

प्रधानमंत्री मोदी जिन परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे, वे उत्तराखंड के भविष्य की दिशा तय करने वाली आधारभूत योजनाएँ हैं। यह देहरादून शहर के लिए जीवनदायिनी योजना है, जो प्रतिदिन 150 मिलियन लीटर शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करेगी। परियोजना से न केवल पेयजल की कमी दूर होगी, बल्कि इससे जल संरक्षण और पर्यावरणीय संतुलन भी सुदृढ़ होगा। नैनीताल जिले की यह परियोजना पेयजल, सिंचाई और बिजली उत्पादन तीनों क्षेत्रों में वरदान साबित होगी। यह लगभग एक लाख से अधिक लोगों को स्वच्छ पानी उपलब्ध कराएगी, साथ ही क्षेत्र में कृषि सिंचाई को नई गति देगी।

अमृत (Atal Mission for Rejuvenation and Urban Transformation) योजना के अंतर्गत देहरादून के 23 शहरी क्षेत्रों में जलापूर्ति और सीवरेज प्रणाली को उन्नत किया जाएगा। इससे शहर की जल व्यवस्था पूरी तरह स्मार्ट और टिकाऊ बनेगी। आधुनिक खेल सुविधाओं से युक्त यह स्टेडियम प्रदेश के खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएँ प्रदान करेगा। इस मैदान के निर्माण से न केवल स्थानीय खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ेगा, बल्कि उत्तराखंड खेल पर्यटन में भी नई पहचान बनाएगा। राज्य की बेटियों को खेल क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए यह एक ऐतिहासिक कदम है। यह महाविद्यालय महिलाओं को खेल प्रशिक्षण, पोषण विज्ञान, और खेल प्रबंधन जैसी उन्नत शिक्षा देगा, जिससे खेलों में महिला सशक्तिकरण को बल मिलेगा। यह परियोजना स्थानीय दुग्ध उत्पादकों के लिए आर्थिक क्रांति लाएगी। संयंत्र में दूध प्रसंस्करण, पैकेजिंग और डेयरी उत्पादों के विपणन की आधुनिक तकनीकें अपनाई जाएंगी, जिससे किसानों की आय में वृद्धि होगी और स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन भी होगा।प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा केवल विकास योजनाओं की घोषणा तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह उत्तराखंड की सांस्कृतिक आत्मा को भी प्रदर्शित करेगा।

प्रधानमंत्री द्वारा जारी यह विशेष डाक टिकट राज्य की प्राकृतिक सुंदरता, हिमालय की चोटियों, गंगा-यमुना के उद्गम और लोकसंस्कृति का प्रतीक होगा। यह टिकट उत्तराखंड की पहचान को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई ऊंचाई देगा। परेड ग्राउंड में आयोजित भव्य जनसभा में प्रधानमंत्री मोदी राज्यवासियों को संबोधित करेंगे। वे उत्तराखंड की अब तक की उपलब्धियों और आने वाले 25 वर्षों की विकास दृष्टि पर अपने विचार साझा करेंगे। उम्मीद है कि प्रधानमंत्री ‘विकसित भारत 2047’ के दृष्टिकोण के अंतर्गत उत्तराखंड की भूमिका पर विशेष रूप से चर्चा करेंगे। कार्यक्रम स्थल पर उत्तराखंड की पारंपरिक वेशभूषा और लोक संगीत की मनमोहक प्रस्तुतियाँ होंगी। झोड़ा, छपेली, चांचरी जैसे पारंपरिक नृत्य दर्शकों को राज्य की संस्कृति से जोड़ेंगे।प्रधानमंत्री के भाषण में राज्य के पर्यावरणीय संतुलन, हिमालय संरक्षण और ईको-टूरिज़्म के माध्यम से सतत विकास पर बल दिए जाने की संभावना है।

समारोह में प्रदर्शित झांकियों के माध्यम से राज्य के गठन से लेकर आज तक की विकास यात्रा — सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग, और महिला सशक्तिकरण तक — को चित्रित किया जाएगा। यह झांकी ‘25 वर्षों की प्रगति, 25 वर्षों की प्रेरणा’ का संदेश देगी। उत्तराखंड केवल देवभूमि ही नहीं, बल्कि देश की विकास भूमि भी है। आने वाले वर्षों में यह राज्य पूरे भारत के लिए प्रेरणा का केंद्र बनेगा। पहाड़ों की यह पवित्र भूमि आत्मनिर्भर भारत की भावना को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाएगी।प्रधानमंत्री मोदी के इस अपेक्षित संदेश का मर्म यही है कि उत्तराखंड अपनी प्राकृतिक विरासत, नदियों, जंगलों और मानव संसाधनों के बल पर देश की विकास यात्रा में अग्रणी भूमिका निभाएगा वे अपने संबोधन में यह भी रेखांकित करेंगे कि कैसे राज्य की युवा पीढ़ी, किसान, महिला शक्ति और सैनिक परंपरा भारत की प्रगति की सबसे बड़ी ताकत हैं। प्रधानमंत्री के अनुसार, जब उत्तराखंड प्रगति करेगा, तब देश की सीमाएँ और अधिक सशक्त होंगी, पर्यावरण सुरक्षित रहेगा और पर्यटन से करोड़ों लोगों की आजीविका सुनिश्चित होगी।

Source :PIB |रिपोर्ट : निषाद कोटो न्यूज़ नेटवर्क (KNN) |

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