प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज जी-7 शिखर सम्मेलन के अवसर पर जर्मन चांसलर श्री फ्रेडरिक मर्ज़ से एक अहम द्विपक्षीय बैठक की। मई 2025 में श्री मर्ज़ के चांसलर के रूप में पदभार ग्रहण करने के बाद यह दोनों नेताओं की पहली औपचारिक मुलाकात थी। प्रधानमंत्री मोदी ने श्री मर्ज़ को चुनाव में सफलता और नई जिम्मेदारी संभालने पर हार्दिक बधाई दी।
बैठक की शुरुआत में प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में अहमदाबाद में हुए दुखद विमान हादसे पर जर्मन सरकार द्वारा व्यक्त की गई संवेदनाओं और समर्थन के लिए आभार प्रकट किया।
दोनों नेताओं ने भारत-जर्मनी संबंधों की प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए इसे और विस्तार देने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने व्यापार और निवेश, रक्षा और सुरक्षा, हरित ऊर्जा, प्रौद्योगिकी, शिक्षा, नवाचार और मोबिलिटी जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग को गहरा करने की दिशा में ठोस कदम उठाने पर सहमति व्यक्त की।
प्रधानमंत्री मोदी और चांसलर मर्ज़ ने यह भी उल्लेख किया कि इस वर्ष भारत-जर्मनी सामरिक साझेदारी के 25 वर्ष पूरे हो रहे हैं। इस ऐतिहासिक अवसर को दोनों देशों ने रणनीतिक सहयोग को और व्यापक व विविधतापूर्ण बनाने के अवसर के रूप में स्वीकार किया।
बैठक के दौरान वैश्विक शांति और सुरक्षा को प्रभावित करने वाले आतंकवाद के खतरों पर गंभीरता से चर्चा हुई। प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के रुख का समर्थन करने और एकजुटता दिखाने के लिए जर्मनी का धन्यवाद किया।
अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय घटनाक्रमों पर भी दोनों नेताओं ने विचार-विमर्श किया। प्रधानमंत्री मोदी ने आशा जताई कि चांसलर मर्ज़ निकट भविष्य में भारत की यात्रा करेंगे और भारत-जर्मनी संबंधों को और ऊँचाइयों तक ले जाने में योगदान देंगे।
यह बैठक न केवल दोनों देशों के बीच विश्वास और सहयोग को प्रगाढ़ करने का संकेत है, बल्कि वैश्विक चुनौतियों से मिलकर निपटने की साझी प्रतिबद्धता का भी उदाहरण है।