राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान (NIRDPR) तथा CIRDAP के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित “ग्रामीण विकास में नवाचार” विषयक अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत ग्रामीण कौशल विकास पर एक विशेष सत्र का आयोजन किया गया। इस सत्र का नेतृत्व ग्रामीण कौशल निदेशक श्री संतोष कुमार तिवारी ने किया, जिन्होंने दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना (DDU-GKY) 2.0 के तहत हो रहे प्रमुख सुधारों, वैश्विक सहयोग तथा भविष्य की कार्ययोजनाओं पर विस्तृत प्रकाश डाला।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य कम्युनिटी मैनेजमेंट सेंटर (CMCs) में अपनाई गई विकास रणनीतियों पर विचार-विमर्श करना और विभिन्न देशों द्वारा ग्रामीण विकास नीतियों एवं कार्यक्रमों में किए गए नवाचारों को साझा करना रहा। कार्यक्रम में CIRDAP से संबद्ध 12 देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जिससे यह आयोजन अनुभवों के आदान-प्रदान और ज्ञान साझाकरण का एक जीवंत मंच बन गया।
श्री तिवारी ने DDU-GKY 2.0 की विशेषताओं का उल्लेख करते हुए बताया कि यह संस्करण न केवल उद्योग-आधारित कौशल को बढ़ावा देता है, बल्कि वैश्विक प्लेसमेंट, डिजिटल मॉनिटरिंग, और प्रशिक्षण गुणवत्ता को भी एक नई ऊंचाई पर ले जाने की दिशा में कार्यरत है। उन्होंने यह भी बताया कि कार्यक्रम में अब उभरते वैश्विक क्षेत्रों में कौशल प्रशिक्षण को महत्व दिया जा रहा है, जिससे भारत के ग्रामीण युवाओं को अंतरराष्ट्रीय रोजगार बाजार में भी अवसर मिल सके।
प्रतिभागियों ने विभिन्न देशों के अनुभव साझा किए और DDU-GKY जैसे मॉडलों को अपने-अपने देशों में लागू करने की संभावनाओं पर विचार किया। इस आदान-प्रदान से ग्रामीण आजीविका सशक्तिकरण में कौशल विकास की भूमिका को लेकर स्पष्ट और सशक्त दृष्टिकोण उभरा।
कार्यक्रम के अंत में आयोजकों ने आशा व्यक्त की कि इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम ग्रामीण विकास में नवाचार को प्रोत्साहित करेंगे और दक्ष एवं आत्मनिर्भर ग्रामीण भारत के निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।