भारत के उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ 25 जून से 27 जून 2025 तक उत्तराखंड के नैनीताल के तीन दिवसीय दौरे पर रहेंगे। यह दौरा शैक्षणिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि इस दौरान उपराष्ट्रपति दो प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों के ऐतिहासिक समारोहों में भाग लेंगे और राजभवन का भी भ्रमण करेंगे।
कुमाऊं विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती समारोह में होंगे मुख्य अतिथि
अपने दौरे के पहले दिन 25 जून को, उपराष्ट्रपति कुमाऊं विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती समारोह की अध्यक्षता करेंगे। विश्वविद्यालय की स्थापना को 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित इस समारोह में उपराष्ट्रपति विद्यार्थियों, शोधार्थियों और संकाय सदस्यों को संबोधित करेंगे। वे उच्च शिक्षा की बदलती भूमिका, अनुसंधान की महत्ता और युवाओं की राष्ट्रनिर्माण में भूमिका जैसे विषयों पर विचार साझा कर सकते हैं।
कुमाऊं विश्वविद्यालय, उत्तराखंड का एक प्रमुख उच्च शिक्षण संस्थान है, जिसने राज्य ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी शिक्षा, विज्ञान और नवाचार के क्षेत्र में विशेष योगदान दिया है।
शेरवुड कॉलेज के 156वें स्थापना दिवस में होंगे शामिल
27 जून को, उपराष्ट्रपति शेरवुड महाविद्यालय, नैनीताल के 156वें स्थापना समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित होंगे। शेरवुड कॉलेज, देश के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों में से एक है, जो अपनी समृद्ध शैक्षणिक विरासत, अनुशासन और विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रसिद्ध है।
स्थापना दिवस के इस ऐतिहासिक अवसर पर उपराष्ट्रपति संस्थान के पूर्व छात्रों, वर्तमान विद्यार्थियों और शिक्षकों को संबोधित करते हुए शैक्षणिक उत्कृष्टता और नैतिक मूल्यों के समन्वय पर बल दे सकते हैं।
नैनीताल राजभवन का भी करेंगे दौरा
नैनीताल प्रवास के दौरान उपराष्ट्रपति राजभवन, नैनीताल का भी दौरा करेंगे। उत्तराखंड का यह राजभवन ऐतिहासिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है और राज्य की सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है।
प्रशासन ने की व्यापक तैयारियाँ
उपराष्ट्रपति की यात्रा को लेकर जिला प्रशासन, पुलिस विभाग और विश्वविद्यालय प्रबंधन ने व्यापक तैयारियाँ की हैं। सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई है और दोनों शैक्षणिक संस्थानों में तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा चुका है।
राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, कुलपति, शिक्षाविद और छात्र प्रतिनिधि उपराष्ट्रपति के स्वागत और कार्यक्रमों के आयोजन में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
निष्कर्ष
उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ का यह दौरा न केवल उत्तराखंड के लिए गौरव का विषय है, बल्कि यह शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे नवाचारों, सांस्कृतिक संवाद और प्रेरणादायी नेतृत्व के दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। कुमाऊं विश्वविद्यालय और शेरवुड कॉलेज जैसे संस्थानों में उनकी उपस्थिति विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी और राज्य की शिक्षा प्रणाली को नई दिशा देगी।