विरांगना फूलन देवी के जन्मदिन पर पंजीकृत वोटर के लिए ₹15,000 मासिक पेंशन की मांग अभय समाज पार्टी
1 min read

विरांगना फूलन देवी के जन्मदिन पर पंजीकृत वोटर के लिए ₹15,000 मासिक पेंशन की मांग अभय समाज पार्टी

महराजगंज संवाददाता: विशेष संवाददाता, कोटो न्यूज़ नेटवर्क (KNN) | महराजगंज जनपद के कौआ ठोर, मुजुरी पनियरा रोड स्थित श्रीराम जानकी मैरेज हाल में रविवार, 10 अगस्त 2025 को अभय समाज पार्टी के बैनर तले एक भव्य और ऐतिहासिक जनसभा का आयोजन किया जायेगा  इस अवसर पर विरांगना फूलन देवी के जन्मदिन को श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाया जायेगा तथा “हर वोटर को ₹15,000 मासिक पेंशन” देने की मांग को मंच से मजबूती से उठाया जायेगा ।
सुबह 10 बजे से शुरू होकर शाम 3 बजे तक चले इस कार्यक्रम में जिले के कोने-कोने से हजारों की संख्या में लोग पहुंचे। कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह और जनता में गहरी अपेक्षाएं देखने को मिलींगी

विरांगना फूलन देवी का जीवन संघर्ष, साहस और अन्याय के खिलाफ खड़े होने की अद्वितीय मिसाल है। उनके जन्मदिन को केवल एक स्मृति दिवस मानकर सीमित रखना अन्याय होगा। इस अवसर का उपयोग सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक न्याय की लड़ाई को आगे बढ़ाने के लिए किया जाना चाहिए। अभय समाज पार्टी ने इस मौके पर कि वह प्रत्येक पंजीकृत वोटर के लिए ₹15,000 मासिक पेंशन की मांग को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर अभियान चलाएगी। जिस प्रकार सरकारी तंत्र और नीतियां नेताओं और पूंजीपतियों के पक्ष में काम करती हैं, उसी तरह अब आम नागरिक को भी उसकी लोकतांत्रिक भागीदारी का उचित सम्मान और आर्थिक सुरक्षा मिलनी चाहिए।

आयोजन समिति में डॉ. घनश्याम निषाद, फैजदार निषाद, जितई निषाद, सुरेश निषाद, ओमप्रकाश निषाद, महेंद्र निषाद, जवाहिर निषाद, राज्जक शेख, गणेश साहनी, राजेश निषाद, बरकत अली अंसारी, शिद्दू निषाद, मुन्ना निषाद, राम सुमेर निषाद, कन्हैया सिंह निषाद, नेबुलाल निषाद, नित्य नन्द निषाद ,जितई साहनी सहित कई प्रमुख समाजसेवी और पार्टी पदाधिकारी शामिल होंगे । देश का आम वोटर सिर्फ चुनाव के समय याद किया जाता है, लेकिन चुनाव के बाद उसे उसके अधिकारों से वंचित कर दिया जाता है। जबकि वही वोटर लोकतंत्र का असली आधार है। अगर हर वोटर को ₹15,000 मासिक पेंशन दी जाए तो देश के बेरोजगार, किसान, मजदूर, महिला और युवा वर्ग को सीधा आर्थिक लाभ मिलेगा और गरीबी कम होगी।

यह आंदोलन किसी एक वर्ग या जाति के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के प्रत्येक वोटर के लिए है। उन्होंने कहा कि संविधान ने सभी को समान अधिकार दिए हैं, लेकिन आर्थिक असमानता लोकतांत्रिक अधिकारों को कमजोर कर देती है। जब देश के सांसदों और विधायकों को पेंशन व विशेष सुविधाएं मिल सकती हैं, तो वोटर, जो कि उन्हें चुनता है, क्यों नहीं? पेंशन मिलने से न केवल आम आदमी की क्रय शक्ति बढ़ेगी, बल्कि ग्रामीण और शहरी अर्थव्यवस्था में भी तेजी आएगी।

कार्यक्रम में श्रद्धांजलि सभा, विचार गोष्ठी और संकल्प सभा का आयोजन किया जायेगा । श्रद्धांजलि सभा में फूलन देवी के जीवन के प्रेरणादायक प्रसंग सुनाए जायेंगे , जबकि विचार गोष्ठी में पेंशन योजना के कानूनी और आर्थिक पहलुओं पर चर्चा होगी। संकल्प सभा में हजारों लोगों इस मांग को पूरा कराने तक आंदोलन जारी रखने का संकल्प लेंगे ।
अंत में धन्यवाद ज्ञापन के साथ घोषणा की जाएगी कि यह केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक जनांदोलन की शुरुआत है, जिसे गाँव-गाँव, शहर-शहर तक पहुँचाया जाएगा।

हर वोटर को ₹15,000 मासिक पेंशन

भारत का लोकतंत्र विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में जाना जाता है, लेकिन इसके मूल स्तंभ — वोटर — को अक्सर चुनाव के बाद भुला दिया जाता है। जिस मतदाता के वोट से सरकारें बनती और बदलती हैं, वही नागरिक चुनाव खत्म होते ही उपेक्षा का शिकार हो जाता है। आज समय आ गया है कि इस स्थिति को बदला जाए और मतदाता को उसके योगदान का आर्थिक और सामाजिक सम्मान दिया जाए।

1. लोकतंत्र के असली आधार को मान्यता
हर वोटर लोकतंत्र की नींव है। बिना वोटर के न तो चुनाव संभव है और न ही सरकार का गठन। लेकिन विडंबना यह है कि देश के विकास और नीतियों का लाभ वही तब तक महसूस करता है, जब तक चुनाव का मौसम होता है। उसके बाद राजनीतिक दल और नेता उसे भूल जाते हैं। यदि प्रत्येक मतदाता को ₹15,000 मासिक पेंशन दी जाए, तो यह उसके योगदान की औपचारिक मान्यता होगी।

2. आर्थिक सहारा और सामाजिक सुरक्षा
यह पेंशन बेरोजगार युवाओं, किसानों, मजदूरों, महिलाओं और बुजुर्गों के लिए जीवन रेखा साबित हो सकती है।

बेरोजगार युवाओं के लिए यह आर्थिक सहारा उन्हें आत्मनिर्भर बनाएगा और उन्हें किसी भी तरह के अस्थायी श्रम पर निर्भर रहने से बचाएगा।

किसानों के लिए यह अतिरिक्त आय खेती में निवेश और जीवन यापन दोनों में सहायक होगी।

मजदूर वर्ग के लिए यह पेंशन स्थायी सुरक्षा कवच की तरह काम करेगी, जिससे वे अचानक आने वाले आर्थिक संकट से उबर सकेंगे।

महिलाओं को यह आर्थिक स्वतंत्रता देगा, जिससे वे अपने और परिवार के निर्णयों में अधिक सक्षम बनेंगी।

3. अर्थव्यवस्था में सकारात्मक प्रभाव
जब देश के करोड़ों नागरिकों के पास हर महीने ₹15,000 अतिरिक्त होगा, तो उनकी क्रय शक्ति (Purchasing Power) बढ़ेगी। इसका सीधा असर बाजार की मांग पर पड़ेगा — छोटे व्यापारी, दुकानें, उद्योग और सेवा क्षेत्र में काम करने वाले लोग लाभान्वित होंगे। इससे न केवल रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे, बल्कि ग्रामीण और शहरी अर्थव्यवस्था में नई जान आ जाएगी।

4. बराबरी का अधिकार और विशेष सम्मान
सांसदों और विधायकों को उनके कार्यकाल के बाद भी पेंशन और विशेष सुविधाएं मिलती हैं, जबकि उन्हें चुनने वाला वोटर अपने जीवन भर आर्थिक असुरक्षा में जीता है। यह असमानता दूर करने का समय आ गया है। यदि जनप्रतिनिधियों को पेंशन मिल सकती है, तो लोकतंत्र के सबसे महत्वपूर्ण भागीदार — मतदाता — को भी यह अधिकार मिलना चाहिए। यह न केवल आर्थिक न्याय का सवाल है, बल्कि लोकतांत्रिक सम्मान का भी विषय है।

रिपोर्ट : विशेष संवाददाता, कोटो न्यूज़ नेटवर्क (KNN)

1 . कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य क्या है ?

  • वीरांगना फूलन देवी के जन्मदिन पर श्रद्धांजलि अर्पित करना।

  • “हर वोटर को ₹15,000 मासिक पेंशन” की मांग को सार्वजनिक मंच से उठाना।

  • समाज के वंचित, पिछड़े और उपेक्षित वर्गों के आर्थिक एवं सामाजिक अधिकारों के लिए जनजागरण करना।

2. इस कार्यक्रम का आयोजन किसका पहल है ?

आयोजक: अभय समाज पार्टी
नेतृत्व: राष्ट्रीय अध्यक्ष मा ० शत्रुघन सिंह निषाद , अभय समाज पार्टी

3. आयोजन समिति में कौन-कौन शामिल थे?

  • डॉ. घनश्याम निषाद

  • फैजदार निषाद

  • जितई निषाद

  • सुरेश निषाद

  • ओमप्रकाश निषाद

  • महेंद्र निषाद

  • जवाहिर निषाद

  • राज्जक शेख

  • गणेश साहनी

  • राजेश निषाद

  • बरकत अली अंसारी

  • शिद्दू निषाद

  • मुन्ना निषाद

  • राम सुमेर निषाद

  • कन्हैया सिंह निषाद

  • नेबुलाल निषाद

  • नित्य नन्द निषाद

  • जितई साहनी और कई अन्य प्रमुख समाजसेवी एवं पदाधिकारी।

4. “₹15,000 मासिक वोटर पेंशन” योजना क्या है?

देश के हर पंजीकृत मतदाता को, चाहे वह बेरोजगार हो, किसान, मजदूर, महिला या बुजुर्ग — ₹15,000 प्रति माह पेंशन दी जाए, ताकि उनका जीवन स्तर सुधरे और लोकतंत्र की जड़ें मजबूत हों।

5. यह मांग क्यों महत्वपूर्ण है?

  • हर वोटर लोकतंत्र का असली आधार है, लेकिन चुनाव के बाद उसे भुला दिया जाता है।

  • यह पेंशन बेरोजगार युवाओं, किसानों, मजदूरों, महिलाओं और बुजुर्गों के लिए जीवन रेखा बन सकती है।

  • इससे आर्थिक असमानता कम होगी और आम नागरिक की क्रय शक्ति बढ़ेगी।

  • सांसदों और विधायकों की तरह वोटर को भी आर्थिक सुरक्षा और सम्मान मिलना चाहिए।

6. कार्यक्रम में कौन-कौन शामिल हुए?

  • अभय समाज पार्टी के राष्ट्रीय और स्थानीय नेता।

  • प्रदेश और विभिन्न जिलों के समाजसेवी, राजनीतिक कार्यकर्ता।

  • आम नागरिक, महिलाएं, किसान, मजदूर और युवा।

7. इसमें शामिल होने के लिए क्या करना होगा?

कोई पंजीकरण शुल्क नहीं है।
लोग सीधे आयोजन स्थल पर पहुँचकर शामिल हुए और आगामी कार्यक्रमों में भी ऐसे ही भाग ले सकते हैं।

8. आंदोलन का अगला कदम क्या होगा?

  • विभिन्न जिलों में इसी तरह की सभाएँ और रैलियाँ आयोजित करना।

  • हस्ताक्षर और ज्ञापन अभियान के माध्यम से सरकार तक मांग पहुँचाना।

  • जब तक मांग पूरी नहीं होती, चरणबद्ध आंदोलन जारी रखना।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *