ओम प्रकाश राजभर की प्रेस कॉन्फ्रेंस
संवादाताः कोटो न्यूज़ नेटवर्क (KNN) | गोरखपुर में आयोजित एक विशेष प्रेस कॉन्फ्रेंस में उत्तर प्रदेश सरकार के पंचायती राज मंत्री एवं सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने शिक्षा व्यवस्था और ग्रामीण विकास को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों की संख्या लगातार घट रही है और इसका मूल कारण अध्यापक हैं। राजभर ने कहा कि शिक्षक यदि ईमानदारी और जिम्मेदारी से काम करें तो बच्चे सरकारी विद्यालयों की ओर लौटेंगे। उन्होंने शिक्षा सुधार को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए ग्राम सभाओं में डिजिटल लाइब्रेरी, जिम और पार्क बनाने की भी घोषणा की। राजभर ने कहा कि आज शिक्षा सिर्फ किताबों तक सीमित नहीं है, बल्कि डिजिटल साधनों की भी आवश्यकता है। इसलिए आने वाले समय में प्रत्येक ग्राम सभा में एक डिजिटल लाइब्रेरी स्थापित की जाएगी, जहाँ बच्चे और युवा कंप्यूटर, इंटरनेट और आधुनिक तकनीक की मदद से अपनी पढ़ाई को आगे बढ़ा सकेंगे। इसके साथ ही, युवाओं के स्वास्थ्य और मनोरंजन के लिए हर ग्राम सभा में जिम और पार्क बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि स्वस्थ शरीर और मजबूत दिमाग ही समाज की प्रगति की असली पहचान है।

ग्रामीण विकास योजनाओं पर बात करते हुए राजभर ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में आवास योजना को और अधिक सशक्त बनाया जाएगा ताकि हर गरीब परिवार को अपना पक्का घर मिल सके। उन्होंने कहा कि यह सरकार की जिम्मेदारी है कि गांव का हर परिवार सम्मानपूर्वक जीवन जी सके। इसके लिए पंचायत स्तर पर निगरानी समितियाँ बनाई जाएंगी | राजभर ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी और सरकार दोनों का मुख्य उद्देश्य समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास की रोशनी पहुँचाना है। उन्होंने प्राथमिक विद्यालयों की स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि यदि अध्यापक समय पर विद्यालय आएँ, बच्चों को प्रेरित करें और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दें, तो किसी भी निजी स्कूल की ओर बच्चों को जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। राजभर ने स्पष्ट शब्दों में कहा, शिक्षा ही भविष्य है और भविष्य को मजबूत करना ही हमारी जिम्मेदारी है।
उत्तर प्रदेश के पंचायती राज मंत्री एवं सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने हाल ही में गोरखपुर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में ग्रामीण विकास और शिक्षा सुधार को लेकर कई महत्वपूर्ण घोषणाएँ की हैं। उनके बयानों में प्राथमिक विद्यालयों की स्थिति सुधारने से लेकर प्रत्येक ग्राम सभा में डिजिटल लाइब्रेरी और युवाओं के लिए जिम एवं पार्क निर्माण तक कई प्रमुख योजनाओं का उल्लेख किया गया।
1. प्राथमिक विद्यालयों की गिरती स्थिति सुधारने पर विशेष ध्यान
राजभर ने कहा कि सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों की संख्या लगातार घट रही है, जिसका मुख्य कारण अध्यापकों की अनियमितता और गुणवत्ता की कमी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार इस समस्या को गंभीरता से देख रही है। प्रत्येक विद्यालय में अध्यापकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए निगरानी तंत्र मजबूत किया जाएगा। इसके अलावा, शिक्षकों के प्रशिक्षण और बच्चों की पढ़ाई की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए नई योजनाएँ लागू की जाएँगी। उनका कहना था कि जब तक शिक्षक ईमानदारी और निष्ठा से काम करेंगे, बच्चों की संख्या में बढ़ोतरी होगी और शिक्षा का स्तर ऊँचा होगा।
2. प्रत्येक ग्राम सभा में डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना
राजभर ने यह भी घोषणा की कि आधुनिक शिक्षा के लिए हर ग्राम सभा में डिजिटल लाइब्रेरी स्थापित की जाएगी। यह लाइब्रेरी छात्रों और युवाओं को कंप्यूटर, इंटरनेट, ई-लर्निंग संसाधन और डिजिटल ज्ञान तक पहुंच प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि डिजिटल लाइब्रेरी से ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे शहर के बच्चों के बराबर शैक्षणिक संसाधनों का लाभ उठा पाएंगे। इससे ग्रामीण युवाओं का कौशल विकास भी होगा और वे आधुनिक तकनीकी दुनिया के लिए तैयार होंगे।
3. युवाओं के लिए जिम और पार्क का निर्माण
युवाओं के स्वास्थ्य और मानसिक विकास को ध्यान में रखते हुए राजभर ने घोषणा की कि हर ग्राम सभा में जिम और पार्क बनाए जाएंगे। जिम में आधुनिक उपकरण होंगे और पार्क में खेलकूद की सुविधाएँ उपलब्ध होंगी। राजभर ने कहा कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का विकास होता है। युवाओं को खेल, व्यायाम और सामुदायिक गतिविधियों के माध्यम से शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाने के लिए यह पहल की जा रही है।
4. गरीब परिवारों को पक्के मकान दिलाने के लिए ग्रामीण आवास योजना का विस्तार
राजभर ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि ग्रामीण क्षेत्र के प्रत्येक गरीब परिवार को पक्का और सुरक्षित आवास मिले। इसके लिए ग्रामीण आवास योजना को और अधिक व्यापक और प्रभावी बनाया जाएगा। योजना के तहत पात्र परिवारों को पक्का मकान बनाने के लिए वित्तीय सहायता और तकनीकी मदद प्रदान की जाएगी। पंचायत स्तर पर निगरानी समितियाँ बनाई जाएंगी, जो यह सुनिश्चित करेंगी कि योजना का लाभ सीधे योग्य परिवारों तक पहुँचे।
5. शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता, अध्यापकों को जिम्मेदारी निभाने की अपील
राजभर ने शिक्षा को विकास की आधारशिला बताते हुए कहा कि इसका स्तर सुधारना सरकार और समाज की मुख्य जिम्मेदारी है। उन्होंने सभी अध्यापकों से अपील की कि वे बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दें और विद्यालय में समय पर उपस्थित रहें। राजभर ने कहा कि शिक्षक ही बच्चों का भविष्य संवार सकते हैं और यदि शिक्षक जिम्मेदारी से कार्य करेंगे, तो कोई भी निजी स्कूल बच्चों को अपनी ओर आकर्षित नहीं कर पाएगा।
1. प्रश्न: ओम प्रकाश राजभर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य रूप से किन मुद्दों पर चर्चा की?
उत्तर: उन्होंने मुख्य रूप से शिक्षा सुधार, प्राथमिक विद्यालयों की स्थिति, ग्रामीण विकास और आवास योजनाओं पर चर्चा की। साथ ही हर ग्राम सभा में डिजिटल लाइब्रेरी, जिम और पार्क बनाने की घोषणाएँ की।
2. प्रश्न: प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों की संख्या घटने का कारण क्या है?
उत्तर: राजभर ने कहा कि इसका मूल कारण अध्यापकों की अनियमितता और जिम्मेदारी की कमी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि शिक्षक यदि ईमानदारी और निष्ठा से काम करें, तो बच्चे सरकारी विद्यालयों में वापस लौटेंगे।
3. प्रश्न: डिजिटल लाइब्रेरी से ग्रामीण बच्चों को क्या लाभ होगा?
उत्तर: डिजिटल लाइब्रेरी से बच्चे और युवा कंप्यूटर, इंटरनेट, ई-लर्निंग और आधुनिक तकनीक का उपयोग कर पढ़ाई और कौशल विकास कर सकेंगे। यह ग्रामीण बच्चों को शहरी बच्चों के बराबर शैक्षणिक संसाधन उपलब्ध कराएगी।
4. प्रश्न: जिम और पार्क बनाने का उद्देश्य क्या है?
उत्तर: जिम और पार्क का उद्देश्य युवाओं के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा देना है। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का विकास होता है और यह ग्रामीण युवाओं को खेल और व्यायाम के माध्यम से मजबूत बनाएगा।
5. प्रश्न: ग्रामीण आवास योजना का विस्तार किस तरह किया जाएगा?
उत्तर: योजना के तहत प्रत्येक गरीब परिवार को पक्का और सुरक्षित घर देने के लिए वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान की जाएगी। पंचायत स्तर पर निगरानी समितियाँ बनाई जाएँगी ताकि योजना का लाभ सीधे योग्य परिवारों तक पहुंचे।
रिपोर्ट : कोटो न्यूज़ नेटवर्क (KNN)